रुद्रप्रयाग: केदारनाथ यात्रा शुरू होने से पहले जिला प्रशासन के लिए एक नई चुनौती सामने आई है। जिले में 12 खच्चरों में H3N8 वायरस की पुष्टि हुई है, जिससे यात्रा मार्ग पर स्वास्थ्य सुरक्षा को लेकर चिंता बढ़ गई है। H3N8 वायरस मुख्य रूप से पक्षियों, घोड़ों और खच्चरों में पाया जाता है, लेकिन यह इंसानों के लिए भी खतरनाक हो सकता है। प्रशासन ने तुरंत सभी संक्रमित खच्चरों को अलग-थलग कर दिया है और अन्य पशुओं की जांच शुरू कर दी गई है।
स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन अलर्ट:
वायरस की पुष्टि होने के बाद से जिले में स्वास्थ्य विभाग और प्रशासन अलर्ट मोड पर आ गया है। क्योंकि प्रदेश में जल्द ही चार धाम यात्रा शुरू होने वाली है और यात्रा से पहले तैयारियों के बीच इस खबर ने प्रशासन की भी नींद उड़ा दी है।
इसे भी पढ़ें: Breaking News: सीएम धामी ने राज्य में श्रम विभाग के अंतर्गत, श्रमिकों के हित के लिए कही ये बड़ी बात।
यात्रियों को दी गई सलाह:
जिला प्रशासन ने यात्रियों को सलाह दी है कि वे यात्रा के दौरान सावधानी बरतें, संक्रमित जानवरों से दूरी बनाए रखें और किसी भी असामान्य लक्षण दिखाई देने पर तुरंत स्वास्थ्य केंद्र से संपर्क करें।
पशुपालन विभाग की ओर से जांच जारी:
पशुपालन विभाग की ओर से भी इस विषय में जांच शुरू कर दी गयी है। विभाग की ओर से विशेष टीमों को यात्रा मार्ग पर तैनात किया गया है, ताकि इस वायरस का प्रसार रोका जा सके। प्रशासन यात्रा को सुरक्षित बनाने के लिए हरसंभव कदम उठा रहा है। केदारनाथ यात्रा 2025 में बड़ी संख्या में श्रद्धालु शामिल होने की उम्मीद है, ऐसे में सरकार और प्रशासन वायरस के प्रसार को रोकने के लिए सतर्कता बरत रहे हैं।